विजयादशमी महोत्सव को भव्य बनाने हेतु कार्यकर्ताओं की हुई अहम बैठक..
सहयोग राशि जुटाने के लिए नगर के विभिन्न क्षेत्रों की बनाई गई अलग अलग टीम
बीआरएन बक्सर। 21 दिवसीय विजयादशमी महोत्सव की तैयारी को लेकर श्री रामलीला समिति की एक अहम बैठक सोमवार को देर शाम रामलीला मंच पर की गई। बैठक की अध्यक्षता समिति के उपाध्यक्ष केदारनाथ तिवारी एवं संचालन सचिव बैकुण्ठ नाथ शर्मा ने की। बैठक में कार्यक्रम को भव्य बनाने संबंधित विषयों पर विस्तृत चर्चा के साथ नगर में सहयोग राशि एकत्र करने हेतु अलग- अलग टोली भी बनाई गई, जिसमें नई बाजार, कुंवर सिंह कालोनी, वनशक्ति नगर, सुरेश्वर स्थान, शिक्षक कालोनी, सिविल लाईन, स्टेशन रोड, इटाढ़ी रोड, शिवपुरी, बाबा नगर, सहित विभिन्न क्षेत्रों की क्रमवार टोली का गठन किया गया। इस मौके पर समिति के सचिव बैकुंठनाथ शर्मा ने बताया कि इस वर्ष विजयादशमी महोत्सव के लिए विश्वप्रसिद्ध वृंदावन की सुप्रसिद्ध रामलीला मंडल “राधा माधव रासलीला एवं रामलीला संस्थान” के स्वामी श्री सुरेश ‘व्यास जी’ को अनुबंध किया गया है। इनके सफल निर्देशन में ब्रज के कलाकारों द्वारा 21 दिनों तक दिन में कृष्णलीला और रात्रि में रामलीला के प्रसंग का मंचन किया जायेगा। उन्होंने आगे बताया कि बक्सर की 21 दिवसीय रामलीला सदियों प्राचीन व बिहार प्रसिद्ध है। यह कार्यक्रम आगामी 25 सितम्बर (जिउतिया) से शुरू होकर 15 अक्टूबर तक चलेगा।
इस दौरान समिति के सचिव बैकुण्ठ नाथ शर्मा, कोषाध्यक्ष सुरेश संगम, संयुक्त सचिव सह मीडिया प्रभारी हरिशंकर गुप्ता, लाइसेन्सदार कृष्ण कुमार वर्मा, केदारनाथ तिवारी, उदय सर्राफ जोखन, चिरंजी लाल चौधरी, कमलेश्वर तिवारी, राजकुमार मोदनवाल, उदयनारायण पांडेय, राजकुमार ओझा, मदन जी दुबे, निर्मल गुप्ता, अवध बिहारी मिश्र, शशिकांत चौधरी, ब्रजमोहन सेठ, राजेश कुमार चौरसिया, नारायण राय, योगेंद्र राय, सुरेश कुमार मिश्र, बसंत कुमार चौबे, गुप्तेश्वर जी सर्राफ, विनय कुमार केसरी, सुनील कुमार राय, धनंजय पांडेय, मनोज तिवारी, रामजी तिवारी, अजय कुमार, अशोक कुमार, मंगल पाठक, सुमित उपाध्याय, उमाकांत पांडेय, भरत राय, रतन केजरीवाल, दुर्गेश विद्रोही, मनोज कुमार (वार्ड पार्षद), अजय पांडेय, आशुतोष चतुर्वेदी, मुकुंद सनातन, पंकज उपाध्याय, राजीव पाठक, श्रीकृष्ण चौबे, छोटे शर्मा, शेषनाथ तिवारी, गोविंदा माली, अभिषेक ओझा, विजय प्रताप सिंह, निर्मल पाण्डेय, सहित अन्य सदस्य व पदाधिकारी मुख्य रूप से उपस्थित थे।
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