
फर्जी डीएवी के विरूद्ध कार्रवाई करने पर बदनाम करने की है साजिश – वी आनंद
धमकी देने वालों के खिलाफ दर्ज करा चुके है कुछ माह पूर्व सनहा
मकान मालिक मनमन पांडेय ने कहा सोने पर उछाला गया कीचड उसे मिट्टी नही बना देगा
बीआरएन बक्सर। आज कल सोशल मिडिया पर डीएवी बक्सर के प्रिंसीपल वी आनंद कुमार को लेकर एक पोस्टर वायरल हो रहा है। इसमे कोई सुनिल कुमार तिवारी नामक व्यक्ति अपने को आजीवन कारावास प्राप्त किया हुआ कैदी बता रहा है जो बक्सर के गांधी वार्ड मे बंद है। ऐसे उक्त नाम का कोई भी व्यक्ति वहां कैद न होने की जानकारी मिल रही है। फिर ऐसे मे एक सम्मानित पद पर आसीन व्यक्ति पर कीचड उछालने के पीछे की सच्चाई क्या है । यह तो अनुसंधान के बाद ही पता चलेगा। इस संदर्भ मे डीएवी के प्रिंसीपल वी आनंद से बात करने पर पता चला कि यह आरोप बिल्कुल फर्जी और निराधार है। इस संदर्भ मे वह साईबर सेल और बक्सर एसपी को आवेदन देने वाले है । उन्होने साथ ही यह भी बताया कि कुछ समय पहले एक फर्जी नाम से डीएवी विद्यालय के संचालन के खिलाफ कार्रवाई कर चुके है। उसके संचालन कर्ताओं ने उन्हे एक साजिश के तहत बदनाम करने की धमकी दी थी, जिसका सनहा दर्ज करीब 15 फरवरी 2024 को कराये थे । उन्होने इस मामले को एसपी को भी बताने की बात स्वीकार की। सनहा कोई संतोष आजाद और जितेंद्र आजाद के खिलाफ दर्ज कराये थे। वी आनंद बताते है कि उनकी पत्नी तो दक्षिण भारत की है , ऐसे मे सुमन तिवारी नामक महिला को भगा ले जाने और शादी करने की बात सौ फीसदी गलत है। प्रिंसीपल वी आनंद के मकान मालिक मनमन पांडेय ने भी बताया कि ऐसी कोई बात नही है। उनकी अनुपस्थिति मे कुछ दिन पहले कुछ युवक आकर प्रिंसीपल साहब को साजिशन बदनाम करने की धमकी दिये थे क्योकि वह फर्जी तरीके से चल रहे डीएवी स्कूल के विरूद्ध कार्रवाई करते हुए बंद करा चुके थे। वायरल पोस्टर मे जो सुनिल तिवारी न्याय की गुहार लगा रहा है , वाकई इस नाम के व्यक्ति को वह नही जानते है। आखिर सच्चाई क्या है , यह तो पुलिसिया अनुसंधान के बाद ही पता चलेगा। सवाल यह भी है कि आखिर पीडित सुनिल तिवारी अपना पता का जिक्र क्यों नही किया है। यदि वास्तव मे वह पीडित है तो इसकी सूचना पुलिस या कोर्ट को क्यों नही दिया।