जहां ज्ञान और भक्ति होती हैं वहां भगवान स्वयं आते है- गुप्तेश्वर जी महाराज
बीआरएन बक्सर। राजा दशरथ जी ज्ञान है , वहीं माता कौशल्या भक्ति है, और जहां ज्ञान और भक्ति है, वहां भगवान अपने आप आ जाते हैं। उक्त बातें स्थानीय सती घाट स्थित लाल बाबा आश्रम में जगद्गुरु रामानुज गोविन्दाचार्य की उपाधि प्राप्त बिहार के पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय जी महाराज ने श्रीराम कथा के पांचवे दिन कही।
बता दे कि लाल बाबा सरकार के 18वां निर्वाण दिवस पर नौ दिवसीय श्रीराम कथा महंत श्री सुरेन्द्र जी महाराज के सानिध्य मे आयोजित किया गया है।श्री गुप्तेश्वर जी महाराज रोज दोपहर 1 बजे से संध्या 5 बजे तक भक्तों को श्रीराम कथा का श्रवण कराते है। । इसका समापन 27 दिसम्बर को भव्य भंडारे के साथ किया जायेगा। रविवार को लाल बाबा आश्रम मे कथा सुनने के लिए सैकड़ों भक्तों की भीड रही। सभी ने आस्था एवं विश्वास के साथ श्री राम कथा सुनी। इस दौरान व्यास चिंताहरण जी महाराज,जदयू प्रदेश के नेता आजाद सिंह राठौड़ , रामनाथ ओझा, गणेश ओझा ,मुक्तेश्वर नाथ शास्त्री , पूर्व प्रमुख अभय सिंह, सिदेश्वरानंद जी,नीरज सिंह, ,बबलू तिवारी, अनिरुद्ध तिवारी, रिटायर्ड शिक्षक गणेश उपाध्याय,मनोज वर्मा,पुना बाबा,लल्लू वर्मा, रंजीत राय, राकेश वर्मा, रतन शर्मा,ललन शर्मा,आरती गुप्ता,राजू वर्मा,छोटू उपाध्याय,जिउत साधु, अनंत वर्मा,शशिभूषण पांडे, मनोज वर्मा,शिव जी चौधरी, सुरेन्द्र वर्मा अयोध्या यादव ,संतोष गुप्ता,राजेंद्र चौरसिया, चंदन गुप्ता,रणधीर श्रीवास्तव आदि उपस्थित रहे।