
नाली के ऊपर स्लैब की ढलाई नही होने से ग्रामीणों में आक्रोश, प्राक्कलन बोर्ड भी नही लगाया…
सुखापुर गांव का है मामला
बी आर एन व्यूरो
बक्सर।
राजपुर प्रखंड अंतर्गत धनसोई पंचायत के सुखापुर गांव में एक तो बिना प्राक्कलन बोर्ड लगाए ही नाली का निर्माण कराया गया, लेकिन नाली निर्माण के लगभग छह महीने बाद भी नाली के ऊपर स्लैब की ढलाई का कार्य पूरा नहीं किया गया। इसको लेकर सुखापुर गांव के ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त हो गया है।
ग्रामीणों का कहना है कि नाली के ऊपर स्लैब की ढलाई नही होने की वजह से नाली में गिरने की आशंका बनी रहती हैं। कई बार बच्चे बूढ़े गिर कर चोटिल हो चुके है। गांव के शौकत अंसारी ने बताया कि सुखापूर गांव में दो पार्ट में लगभग आठ आठ सौ फीट लंबी नाली का निर्माण लगभग नौ नौ लाख रुपए की राशि यानी कुल अठारह लाख रुपए की राशि से नाली का निर्माण किया गया हैं। लेकिन अब तक नाली को स्लैब से नही ढका जा सका। वही राजाराम पासवान, भरत पासवान, अनवर अंसारी, सुरेंद्र पासवान, राजेंद्र पासवान, रामचंद्र पासवान, जयराम पासवान का कहना हैं कि इस बारे में कई बार पंचायत के मुखिया तुलसी साह से कहा गया, उसके बाद भी नाली के ऊपर स्लैब की ढलाई नही हुआ और ना ही प्राक्कलन बोर्ड लगाया गया हैं। वही ग्रामीणों ने बताया कि कार्य स्थल पर प्राक्कलन से संबंधित बोर्ड नहीं लगाए जाने की वजह से लोगों को कार्य की पूर्ण जानकारी नहीं मिल पाती है। गांव के इस नाली निर्माण कार्य में मनमाना ढंग से कार्य किया गया है, नाली की दीवार एवं नीचे की सतह दरार के साथ कई जगहों पर फट गया है।
लोगों ने बताया कि कार्य से पूर्व बोर्ड लग जाने की स्थिति में लोग वहां हो रहे कार्यों की गुणवत्ता सहित अन्य चीजों को देखने लगते हैं। इससे बचने के लिए पंचायत के संवेदक द्वारा कार्य से पूर्व बोर्ड नहीं लगाया जाता है। जबकि प्रावधान के मुताबिक कार्य शुरू करने से पूर्व स्थल पर बोर्ड लगाना अनिवार्य है। इसमें निर्माण से संबंधित सारी जानकारी देनी होती है। इस संबंध में जब मुखिया तुलसी साह से संपर्क साधने का प्रयास किया गया तो उनका मोबाइल फोन बंद मिला। वही ग्रामीणों ने जनहित में इस कार्य की जिलाधिकारी से शिकायत करते हुए नाली निर्माण कार्य को पूरा कराने की मांग की हैं।