
अविश्वास प्रस्ताव में सदर प्रखंड प्रमुख फूलपातो देवी की गई कुर्सी
गहमागहमी में विपक्षी सदस्यों ने दिया एकजुटता का संदेश
बीआरएन बक्सर – शुक्रवार को प्रमुख पर लगाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के लिए सदर प्रखंड कार्यालय के सभागार में एक बैठक आयोजित की गयी थी । जिसके बाद मत विभाजन की प्रक्रिया शुरू की गयी । जिसमें प्रखंड प्रमुख फूलपातो देवी के विरोध में 13 सदस्यों ने अपना मत दिया। जिससे अविश्वास प्रस्ताव पारित होते ही प्रमुख की सरकार गिर गयी।इस दौरान प्रखंड परिसर में काफी गहमागहमी का माहौल बना रहा।सुरक्षा व्यवस्था के काफी इंतजाम किए गए थे। इससे पूर्व पंचायत समिति सदस्यों की पहचान कर सदन में जाने की अनुमति दी जा रही थी। अविश्वास पर चर्चा के लिए प्रखंड विकास पदाधिकारी रोहित कुमार की देखरेख में कार्यवायी शुरू किया गया। इसकी अध्यक्षता महदह पंचायत के बीडीसी सदस्य ओमप्रकाश कमकर ने किया। अविश्वास का प्रस्ताव कमरपुर पंचायत की बीडीसी सदस्य शोभना देवी के नेतृत्व में 12 सदस्यों ने लगाया था। इनका आरोप था कि बैठक प्रमुख द्वारा अन्य सदस्यों के साथ दुर्व्यवहार,निश्चित समय पर बैठक नही कराने व अन्य सदस्यों के क्षेत्र में विकास कार्यों में अनदेखी की जाती है। इसको लेकर सदस्यों ने अविश्वास जताते हुए आरोप लगा कर सदन में चर्चा तथा मत विभाजन कराने को कहा था। इस पर हुए मत विभाजन में अविश्वास लगाए 12 विपक्षी सदस्यों एवं एक अन्य सदस्य ने अपना मत दिया। जिससे 13 मत अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में मिले।जबकि दो मत अविश्वास प्रस्ताव के विपक्ष में मिला।चर्चा में विभिन्न पंचायतों के 15 बीडीसी सदस्य शामिल हुए थे। अविश्वास का प्रस्ताव लाने वाली सदस्य शोभना देवी ने बताया कि सभी सदस्य एक जुट है। प्रमुख के चुनाव के दिन बहुमत से नयी सरकार का गठन किया जाएगा। इधर बीडीओ रोहित कुमार ने बताया कि अविश्वास प्रस्ताव पारित होने से प्रमुख की सरकार गिर गयी है।इसकी जानकारी जिलाधिकारी सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी को दे दिया गया है।अब चुनाव आयोग से सूचना मिलने के बाद प्रखंड प्रमुख पद के लिए चुनाव कराया जाएगा।जय किशुन राम,किशन कुमार कुशवाहा, धर्मराज सिंह,ललिता देवी,राकेश यादव,रिंकू देवी,मीना देवी,रिजवाना बेगम,तेतरी देवी,ददन मलाह,मुनी देवी सहित अन्य सदस्य उपस्थित रहे।बीडीओ के मुताबिक 22 सदस्यों की समिति में 16 बीडीसी शामिल हुए।जिसमे 15 ने मतदान किया। इसमे 13 मत अविश्वास के पक्ष में तथा दो मत रद्द हुआ।