14 जून को रक्तदान के लिए आईएमए ने प्रदेशवासियों से की अपील..
राजीव कुमार पाण्डेय (भभुआ)।रक्त के अभाव में किसी भी मरीज की जान न जाए, इसके लिए इंडियन मेडिकल एसोसिएशन बिहार राज्य शाखा द्वारा “विश्व रक्तदाता दिवस” के अवसर पर 14 जून दिन (शुक्रवार) को राज्य के सभी मेडिकल कॉलेजों एवं सभी जिला केंद्रों पर रक्तदान शिविर आयोजित किया जा रहा है। रक्त की ये यूनिटें कैंसर, थैलेसिमिया, लावारिस मरीज, एनमिक गर्भवती समेत अन्य जरूरतमंद मरीजों के उपचार में सहायक होगी। इस रक्तदान शिविर में शामिल रक्तदाताओं को आई.एम.ए. की तरफ से प्रशस्तिपत्र भी दिया जाएगा।इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के राज्य सचिव डॉक्टर संतोष कुमार सिंह एवं अध्यक्ष डॉक्टर ए एन राय ने बताया कि स्वैच्छिक रक्तदान को बढ़ावा देने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन डब्लू.एच.ओ. ने वर्ष 1997 से 14 जून को विश्व रक्तदाता दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की। इस मुहिम के पीछे मकसद विश्व भर मे लोगों को रक्तदान की अहमियत को समझाना था। लेकिन दुनियाँ के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत में इस मुहिम को ज्यादा प्रोत्साहन नहीं मिल पाया। इसके पीछे सबसे बड़ा कारण लोगों में फैली भ्रांतियाँ हैं जैसे रक्तदान से शरीर कमजोर हो जाता है और उस रक्त की भरपाई होने में काफी समय लग जाता है। इतना ही नहीं लोगों में यह गलतफहमी भी व्याप्त है कि खून देने से रोगप्रतिरोधक क्षमता कम हो जाने के कारण बीमारियाँ जल्द पकड़ लेती हैं। इन्ही भ्रांतियो को दूर करने के लिए विश्व रक्तदाता दिवस मनाया जाता है। वह व्यक्ति जिनकी आयु 18 से 60 वर्ष के बीच है, वजन 45 किलो से अधिक हो, जिसे एच.आई.वी., हेपटाइटिस बी. सी., रक्ताल्पता, मधुमेह इत्यादि की बीमारी न हो वह रक्तदान कर सकता है। एक बार में 350 मिलि रक्त दिया जाता है। उसकी क्षतिपूर्ति चौबीस घंटे के अंदर हो जाती है और गुणवत्ता की पूर्ति महीने भर में हो जाती है। दूसरे जो नियमित रक्तदान करते हैं उन्हे हृदय संबंधित बीमारियां कम परेशान करती हैं। तीसरी अहम बात यह है कि हमारे रक्त की संरचना ऐसी है कि उसमें समाहित रेड ब्लड सेल तीन माह में स्वयं ही समाप्त हो जाते हैं लिहाजा प्रत्येक स्वस्थ व्यक्ति तीन माह में एक बार रक्तदान कर सकता है।आई.एम.ए. बिहार राज्य शाखा ने प्रदेश वासियों से अपील करते हुवे कहा कि 14 जून को अपने नजदीकी रक्तदान शिविर में अधिक से अधिक संख्या में भाग लेकर जरूरतमंद रोगियों की जीवन रक्षा मे सहयोगी बनें। व बिहार को स्वस्थ राज्य बनाने में मदद करें।