भगवत भक्ति ही जीव का परम लक्ष्य: -रंजीत भाई पाराशर
सच्चा सुख परमात्मा के भजन में,संपूर्ण समर्पण का नाम ही भक्ति
फकराबाद में श्री लक्ष्मी नारायण यज्ञ में भाग लेने व श्रीमद् भागवत कथा सुनने को उमड़ रहा जनसैलाब
राजीव कुमार पाण्डेय (चैनपुर)।भगवत प्राप्ति ही मानव जीवन(जीव) का मुख्य लक्ष्य है। हमें सांसारिक सुखों का त्याग कर ईश्वर आराधना करनी चाहिए। इससे मनुष्य को भगवान की प्राप्ति होती है। उक्त बातें चैनपुर प्रखंड क्षेत्र के फकराबाद में आयोजित श्रीलक्ष्मी नारायण यज्ञ के दौरान चल रहे श्रीमद् भागवत कथा के पांचवें दिन सोमवार को कथावाचक आचार्य रंजीत भाई पाराशर जी ने कही।उन्होंने आगे कहा कि काम, क्रोध, लोभ, मोह, अहंकार आदि विकार अमर हैं ये मर नही सकते। हमें अपने अंदर से इनको बाहर निकालना होगा।इनको अपने से बाहर निकालने का केवल एक ही रास्ता है वह है भक्ति का मार्ग।इन्हीं विकारों के वश में होकर मनुष्य बुरे कर्मों के अंधकार की ओर जा रहा है।सभी मनुष्य सुख एवं शांति चाहते हैं लेकिन भौतिक, ऐश्वर्य, पद, प्रतिष्ठा में शांति सुख नहीं बल्कि सच्चा सुख तो परमात्मा के भजन में है।उन्होंने कहा कि ईश्वर की प्राप्ति ही जीव का लक्ष्य है। परमात्मा को पाने के लिए वेदों व ऋषियों ने अनेक साधना मार्ग बताये हैं। अष्टांग योग, सांख्य योग, ज्ञान, ध्यान, तप, यज्ञ, अनुष्ठान आदि मनुष्य को करना चाहिए। लेकिन प्रेम भक्ति योग भगवत प्राप्ति का सर्वश्रेष्ठ साधन है। सम्पूर्ण समर्पण का नाम ही भक्ति है।शास्त्रानुसार भक्ति नौ प्रकार की होती है। जिसे नवधा भक्ति कहते हैं। श्रवण, कीर्तन, स्मरण, पाद सेवन, अर्चन, वंदन, दास्य, सख्य एवं आत्म निवेदन इस प्रकार की नौ भक्तियां करता हुआ भक्त शीघ्र ही परमात्मा को प्राप्त कर लेता है।कथा के दौरान जिला के अग्रगण्य विद्वान पंडित नर्मदा महाराज उपस्थित रहे और कथा सुन भाव विभोर हो कथावाचक की तारीफ करते हुए कहा कि अब ऐसी दर्शन भाग युक्त कथाएं समाज से गायब हो रही हैं।कथा लोगों के लिए मनोरंजन का साधन बन रहा है।अच्छे कथावाचकों को प्रोत्साहित करना चाहिए।बता दें कि उक्त गांव में श्री लक्ष्मी नारायण यज्ञ शुरू है जिसके उपलक्ष्य में श्रीमद् भगवत कथा 6 जून से शुरू है जो संध्या 6:30 बजे से शुरू होकर रात्रि10 बजे तक चल रही है ।इस दस दिवसीय कथा का समापन 16 जून को होगा।कथा को सुनने व यज्ञ कुंड परिक्रमा करने के लिए भक्त श्रद्धालुओं का जन सैलाब उमड़ रहा है।उक्त अवसर पर विमलेश पाण्डेय,मुकुंदलाल,नंदकिशोर सिंह,धर्मेंद्र सिंह सहित सैकड़ों भक्त गण उपस्थित थे।