
माताओं ने संतान की लंबी आयु और समृद्ध जीवन की कामना के साथ की जिउतिया व्रत….
गंगा घाटों पर रही श्रद्धालुओं की अपार भीड
बीआरएन बक्सर । मिनी काशी के रूप मे विख्यात बक्सर के गंगा घाटों पर बुधवार को जीवित्पुत्रिका (जिउतिया) व्रत के अवसर पर काफी भीड रही ।ऐसे तो सभी घाटों पर भीड थी , लेकिन खासकर रामरेखा घाट ,नाथ बाबा मंदिर घाट और सिद्धनाथ घाट पर काफी भीड थी । संतान की दीर्घायु और खुशहाल जीवन की कामना के साथ माताओं ने जिउतिया व्रत की । इस पर्व के अवसर पर व्रती महिलाओं ने गंगा मे स्नान करने के बाद पूजा अर्चना की और कथा का श्रवण की । ऐसी मान्यता है कि इस व्रत को करने वाली माताओं के संतानों को लंबी आयु और समृद्ध जीवन का वरदान मिलता है। जीवित्पुत्रिका व्रत को जिउतिया, जितिया, जीवित्पुत्रिका, जीमूतवाहन व्रत जैसे अलग-अलग नामों से जाना जाता है। बता दें कि संतान की लंबी उम्र के लिए रखे जाने वाला यह व्रत निर्जला और बहुत कठिन होता है, जिसे महिलाएं श्रद्धाभाव से करती हैं।
महाभारत काल से ही हो रहा है जीवित्पुत्रिका व्रत
पौराणिक कथाओं के अनुसार महाभारत काल से ही इस व्रत को किया जा रहा है। गुरु द्रोणाचार्य के वध हो जाने के बाद उनके बेटे अश्वत्थामा ने क्रोध में आकर ब्रह्मास्त्र चला दिया था, जिसके चलते अभिमन्यु की पत्नी उत्तरा के गर्भ में पल रहा शिशु नष्ट हो चुका था। इसके बाद अभिमन्यु की पत्नी ने यह व्रत किया तो श्रीकृष्ण ने शिशु को पुनः जीवन प्रदान की । इसके बाद से ही माताओं ने अपने बच्चों की लंबी उम्र के लिए जीवित्पुत्रिका व्रत करना शुरु कर दी थी ।
शहर मे काफी भीड हो जाने से जाम की स्थिति उत्पन्न हो गयी थी , लेकिन प्रशासन के द्वारा शीघ्र ही स्थिति को नियंत्रित कर लिया गया । प्रशासनिक सहयोग से शांतिपूर्ण वातावरण मे जीवित्पुत्रिका व्रत धारियों ने गंगा स्नान कर पूजा अर्चना की ।













