
नाभिकुंड मे तीर लगते ही धू-धू कर जल उठा रावण का विशालकाय पुतला …!
अधर्म पर धर्म का , असत्य पर सत्य का , बुराई पर अच्छाई का , दुराचार पर सदाचार का , अन्याय पर न्याय की और बुराई पर अच्छाई की होती है सदैव जीत
बीआरएन बक्सर। आलोक का तिमिर पर फतह का द्योतक विजयादशमी का पर्व शनिवार को हर्षोल्लास के साथ मनाया गया । इस दौरान किला मैदान स्थित रामलीला मंच पर राम व रावण युद्ध का जीवंत मंचन मथुरा की रामलीला मंडली के द्वारा किया गया । इसके बाद सबसे पहले मेघनाथ का पुतला दहन किया गया । करीब 5.25 बजे संध्याकाल मे आतिशबाजी के साथ रावण का पुतला दहन किया गया ।
बता दे कि रावण दहन कार्यक्रम को देखने के लिए दो बजे से ही भीड जुटने लगी थी । चार बजे तक भीड का आलम यह रहा कि किला मैदान मे पैर रखने के लिए एक इंच भी जमीन नही बची थी ।लाखों की तादाद मे लोग वहां पहुंचे थे। मर्यादापुरुषोत्तम श्रीरामचंद्र, लक्ष्मण और वानर सेना के साथ रावण के नाभि मे जैसे ही बाण मारे विशालकाय पुतला धू- धू कर जल उठा । उपस्थित लोगों के गगन भेदी जय श्रीराम के नारे से पूरा वातावरण गुंजायमान हो गया । आश्विन माह के शुक्लपक्ष की दशमी तिथि को प्रभु श्रीराम ने रावण को मारकर लंका पर विजयी परचम लहराया था। तभी से हर साल विजयादशमी का पर्व मनाया जाता है। और इस मौके पर रावण का पुतला दहन कर समाज को संदेश देने की कोशिश की जाती है कि अधर्म पर धर्म का , असत्य पर सत्य का , बुराई पर अच्छाई का , दुराचार पर सदाचार का , अन्याय पर न्याय की और बुराई पर अच्छाई की सदैव जीत होती है ।
रामलीला समिति के सचिव बैकुण्ठ शर्मा , कोषाध्यक्ष सुरेश संगम मीडिया प्रभारी हरिशंकर गुप्ता सहित सभी कमेटी के पदाधिकारी व सदस्य आगत अतिथियों के स्वागत सहित कार्यक्रम को व्यवस्थित करने मे लगे रहे ।
इस अवसर पर जिला पदाधिकारी अंशुल अग्रवाल, एसपी शुभम आर्य, डीडीसी डाॅ महेंद्र पाल, अनुमंडल पदाधिकारी धीरेंद्र कुमार मिश्रा , अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी धीरज कुमार, रेडक्रास के सचिव श्रवण तिवारी , संजय कुमार सिंह राजनेता , निक्कु तिवारी , प्रियरंजन चौबे, सुमन श्रीवास्तव, आदित्य चौधरी, राणाप्रताप, प्रकाश पाण्डेय, आनंद पांडेय उर्फ रिंकू पांडेय सहित अनेकों लोग उपस्थित रहे । अनुमंडल पदाधिकारी धीरेन्द्र मिश्रा विधि व्यवस्था को बना रखने के लिए किला परिसर मे लगातार घुमते नजर आये। राम लीला प्रारंभ होने से पहले डीएम अंशुल अग्रवाल विधि व्यवस्था हेतु जिला प्रशासन के सभी पदाधिकारियों व कर्मचारियों संग बैठक कर चुके थे और पुतला दहन स्थल का निरीक्षण कर चुके थे।