आईमास कम्प्यूटर संस्थान के बच्चों ने पारंपरिक छठ गीतों से किया मंत्रमुग्ध
बिहार की सांस्कृतिक पहचान जुड़ी हुई है छठ पूजा से – राजीव ओझा
बीआरएन बक्सर । मेन रोड स्थित आईमास कम्प्यूटर संस्थान के बच्चों के द्वारा रविवार को छठ पूजा के उपलक्ष्य मे सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। संस्थान में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में बच्चों ने गोवर्धन पूजा व छठ पूजा से जुड़े पारंपरिक गीतों को प्रस्तुत कर लोगों का मन मोह लिया। इस कार्यक्रम में बेहतर प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं को संस्थान के निदेशक राजीव ओझा ने पुरस्कृत भी किया। कार्यक्रम में बच्चों ने छठ पर्व के पारंपरिक गीतों को गाकर भक्ति भाव से सराबोर कर दिया। इस क्रम में बच्चो ने ‘कांच ही बांस के बहगिंया …..’, केरवा के पात पर उगी हे सूरज देव …..’, जोड़े-जोड़े फुलवा….’ समेत कई छठ गीतों को गाया। इस दौरान सभी भक्ति के रंग मे रंगे दिखे।
आईमास कम्प्यूटर संस्थान के निदेशक राजीव ओझा ने कहा कि संस्थान में इस तरह का आयोजन हर साल छठ से पूर्व आयोजित किया जाता है। इससे बच्चों में अपनी सभ्यता और संस्कृति का विकास होता है। समय समय पर इस तरह के आयोजन होने से बच्चों अपनी सभ्यता और संस्कृति से परिचित होते है। संस्कृति का अभिज्ञान(पहचान) संस्कारों से ही होती है। छठ बिहार में लोक आस्था का महापर्व है । बिहार की सांस्कृतिक पहचान छठ से जुड़ी हुई है। छठ पर्व का समय जैसे ही नजदीक आता है , चारों तरफ भक्तिमय माहौल हो जाता है। सामान्यतः सभी उगते हुए सूर्य की पूजा करते हैं, लेकिन छठ एक ऐसा पर्व है जिसमें हम सभी डूबते हुए सूर्य की भी आराधना करते हैं।