
विश्व मे बक्सर की संस्कृति का अभिज्ञान कराना ही महर्षि विश्वामित्र फाउंडेशन का है लक्ष्य- राजकुमार चौबे
धार्मिक स्थलों के पास मुर्गा मीट की दुकानों को बंद कराने के लिए करेंगे आंदोलन
बीआरएन बक्सर । बक्सर एक धार्मिक नगरी है। इसकी संस्कृति एक विरासत है जिसकी रक्षा करने और विश्व पटल पर पहचान दिलाना ही हमारे संगठन का मुख्य लक्ष्य है। उक्त बातेें महर्षि विश्वामित्र फाउंडेशन के राष्ट्रीय संयोजक राजकुमार ने प्रेस को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने अपनी बात को आगे बढाते हुए कहा कि हम अपने संगठन के जरिये सरकार से सभी सांस्कृतिक एवम पौराणिक स्थलों के निकट श्रद्धालुओं के लिए ठहरने का इंतजाम करने की मांग करते हैं। यह लड़ाई हमारी व्यक्तिगत लड़ाई नहीं है, बल्कि पूरे बक्सर के स्वाभिमान की लड़ाई लड़ाई है। कुशल नेतृत्व के बिना श्रीराम की शिक्षा भूमि बक्सर का सांस्कृतिक विकास संभव नही है। अब तक यहां जो भी आया अपना पेट भरा और चला गया। बाहर से आये लोग यहां के लिए कुछ नहीं किये। कोई पूछने वाला नहीं है कि बक्सर में यह क्या हो रहा है। हमेशा बक्सर साजिश का शिकार होता रहा है। स्वार्थी नेतृत्वकर्ताओं के कारण ही बक्सर का अभी तक सांस्कृतिक विकास नहीं हो पाया है। यह यहां के लोगों के लिए स्वाभिमान की लड़ाई है।हम छह साल से यहां कार्यरत हैं। फिलहाल कोई मेरी राजनीतिक इच्छा नहीं है। सभी पार्टी के लोगों ने बक्सर को छलने का कार्य किया है।
श्री चौबे ने कहा की धार्मिक नगरी मे धडल्ले से मुर्गा मीट की दुकानें खुलती जा रही हैं जो गलत है।उन्होने जिला प्रशासन से इसे जल्द बंद कराने का आग्रह करते हुए एक माह का समय दिया । अन्यथा वह इसके खिलाफ अपने संगठन के द्वारा व्यापक आंदोलन करेंगे। वह अयोध्या के तर्ज बक्सर का विकास करना चाहते है। प्रेस कांफ्रेंस के दौरान शाहाबाद संयोजक रविराज, राष्ट्रीय मिडिया काेडिनेटर अशाेक उपाध्याय, अभिषेक राय, अनिल राय और अभिमन्यु राय उपस्थित रहे।