
दशरथ के चारों कुमारों को दुल्हे के रुप मे देख भाव विभोर हुए नगरवासी
दूल्हे बने चारों भाईयों की जमकर हुई आवभगत
बी आर एन व्यूरो , बक्सर।
नया बाजार में आयोजित सीताराम विवाह महोत्सव स्थल से शनिवार को मर्यादापुरुषोत्तम श्रीरामचंद्र अपने चारों भाइयों लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न के साथ रथ पर सवार होकर नगर भ्रमण को निकले । इस भव्य शोभायात्रा के दौरान चारो भाईयों के अद्भुत रुपों की छवि दिल मे उतारने के लिए नगरवासी दोपहर से ही सड़क के किनारे खडे रहे। अगवानन्ह जब दीखि बराता। उर आनंदु पुलक भर गाता।। देखि बनाव सहित अगवाना। मुदित बरातिन्ह हने निसाना।। अर्थात अगवानी करने वालों को जब बारात दिखाई दी तो उनके हृदय में आनंद छा गया और शरीर रोमांच और हर्ष से भर गया। अगवानों को सज-धज के साथ देखकर बारातियों ने प्रसन्न होकर नगाड़े बजाए।
यह मौका था प्रभु श्रीराम की बरात का। बराती थे स्वर्गलोक के देवता और विश्वामित्र के नगरी के झूमते-गाते भक्त। माता जानकी को ब्याहने जब प्रभु राम अपने भाइयों के साथ जनकपुरी की ओर चले तो पूरा नगर साथ हो लिया।श्रीराम की बरात में दूर दूर आये भक्त बराती बन आनंदित दिखे । प्रभु के उद्घोष के साथ बरात की शुरुआत हुई। विश्वामित्र और गुरु वशिष्ठ का आशीर्वाद लेकर मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम सज धज कर भाईयों के साथ रथ पर सवार हुए। बरात में ऊंट और घोड़े ध्वज पताका के साथ आगे चल रहे थे। फिर ढोल की गूंजती आवाज ने लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचा। इसके पीछे गणेश की झांकी बरात का नेतृत्व कर रही थी। जिस गली और बाजार से महाराजा दशरथ अपने पुत्रों संग निकले थे लोगों ने श्रद्धाभाव से उनकी आरती उतारी और पुष्पों की वर्षा की। नगरवासी बरात की मनमोहक छठा देख भाव विभोर हो गए। इस बीच श्रीराम-सिया और चारों भाईयों के जयकारों से आकाश गुंजायमान हो उठा।
बरात में भक्त झूमते-नाचते-जयकारे लगाते चल रहे थे। इसमें देवताओं की झांकियां भी शामिल रहीं। पग-पग पर पुष्पों से बरात का स्वागत किया जा रहा था । पूज्य संत श्रीनारायणदासजी भक्तमाली मामाजी और श्री खाकी बाबा सरकार के तैलचित्र की झांकियां आगे आगे चल रह थी । नया बाजार से निकलकर बरात अपने जनवासा महर्षि विश्वामित्र महाविद्यालय परिसर मे पहुंची जहां महोत्सव के प्रणेता नेहनिधि श्री नारायणदास जी भक्तमाली मामाजी के गुरु पूज्य संत श्री खाकी बाबा के मंदिर में आश्रम के महंत श्री राजाराम शरण जी ने पूजा-अर्चना की । इसके बाद मंगल गीतों व पारंपरिक गाली गायन के साथ दूल्हे बने चारों भाईयों की जमकर आव भगत हुई।
श्री राम बरात के शोभा यात्रा में राजीव राय, झब्बू राय, दीपक सिंह, आंनद कुमार पांडेय उर्फ़ रिंकू पांडेय, ओम जी यादव समेत सैकडों की संख्या मे लोग उपस्थित रहे ।