
मौनी अमावस्या पर हजारों श्रद्धालुओं ने लगायी आस्था की डुबकी
बीआरएन बक्सर

शुक्रवार को मौनी अमावस्या के अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने पावन गंगा में आस्था की डुबकी लगाई। इस दिन गंगा स्नान का विशेष महत्व बताया गया है। अमावस्या के दिन स्नान, दान और पुण्य करना बेहद शुभ माना जाता है। मान्यता है कि इस दिन तिल या उससे बनी वस्तुओं का दान करने से भगवान विष्णु प्रसन्न होकर आशीर्वाद देते है।

गंगा के घाटों पर उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़
बिहार के बक्सर में मौनी अमावस्या के अवसर पर शुक्रवार को गंगा के घाटों पर स्नान के लिये श्रद्धालुओं की अपार भीड़ उमड़ पड़ी। हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने पवित्र गंगा में डुबकी लगाई। श्रद्धालुओं ने पहले संकल्प लिया, फिर गंगा में डुबकी लगाकर सूर्य को अर्घ्य दिया। मौनी अमावस्या को लेकर बक्सर के विभिन्न घाटों पर आने वाले श्रद्धालुओं के लिये प्रशासन के तरफ से व्यवस्थाएं की गई थीं। श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित करने के लिये बैरिकेडिंग लगाई गई थी । इसके अलावा गोताखोरों की भी तैनाती की गई थी ताकि किसी भी अप्रिय घटना के दौरान तत्काल सहायता उपलब्ध कराई जा सके।
यातायात पुलिस की लापरवाही बनी श्रद्धालुओं के लिए थोडी परेशानी !
रामरेखा घाट जाने वाले मार्ग मे श्रद्धालुओं की भीड होने से जाम लग गया था। संकरा रास्ता होने के वजह से गंगा घाट पर जाने और वहां से स्नान कर लौटने वाले लोगों को काफी मशक्कत करनी पड रही था।यातायात पुलिस की लापरवाही के कारण गाडियां और रिक्शे बेतरतीब ढंग से प्रवेश कर यहां वहां मार्ग को अवरुद्ध किये थे। गाडियों के प्रवेश निषेध होने के बावजूद भी गंगा घाट मार्ग मे अव्यवस्थित ढंग से लगी गाडियां यातायात पुलिस की लापरवाही को चीख चीख कर बयां कर रही थी। हांलाकि श्रद्धालुओं की आस्था इतनी प्रबल थी की वे अवरुद्ध मार्गों से होते हुए गंगा घाट तक पहुंच रहे थे।
बन रहा है महोदय योग
कहा जाता है कि इस दिन गंगा स्नान से जीवन सफल हो जाता है। बता दें इस साल मौनी अमावस्या पर ग्रहों का एक विशेष संयोग बना है। इस दिन श्रवण नक्षत्र में चंद्रमा और मकर राशि में छह ग्रहों की युति से महासंयोग बना है, जिसे महोदय योग भी कहा जाता है। महोदय योग में गंगा के पवित्र जल से स्नान करना अति शुभ माना गया है। इसी मान्यता के चलते शुक्रवार को मौनी अमावस्या के दिन श्रीराम की शिक्षा स्थली व महर्षि विश्वामित्र की तपस्थली बक्सर में हजारों श्रद्धालु गंगा स्नान के लिए उमड़े । गंगा में डुबकी लगाकर मंदिरों में दर्शन-पूजन भी किये ।
मौनी अमावस्या पर शुक्रवार को सुबह चार बजे से ही गंगा स्नान को भक्तों की भीड़ उमड़ने लगी थी ।
सर्वार्थ सिद्धि योग में डुबकी लगाएंगे श्रद्धालु
आचार्य पं धनजी चतुर्वेदी ने बताया कि माघ कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि शुक्रवार को सुबह 8:30 बजे से शनिवार को भोर में 4:28 बजे तक रहेगी। इस दरम्यान मौन रहकर स्नान-दान करने से मनुष्य के कई जन्मों के पाप मिट जाते हैं। दान करने से पहले सवा घंटे तक मौन रख लिया जाए तो पुण्यफल 16 गुना बढ़ जाता है। मौनी अमावस्या पर सर्वार्थ सिद्धि योग का निर्माण हो रहा है। सर्वार्थ सिद्धि योग सुबह 07:05 बजे से लेकर रात को 11:29 बजे तक रहेगा। इस दिन जप और तप करने वाले व्यक्ति को शनि के अशुभ प्रभाव से मुक्ति मिलती है। मन को शांति मिलती है। पीपल की 108 परिक्रमा करने से भी मनोकामना पूरी होती है।












