
धनसोई के महेश हत्याकांड में परिजनों का आरोप, मामले को रफा दफा करना चाहती हैं पुलिस
व्यवसायियो में आक्रोश करेंगे वोट का बहिष्कार
बीआरएन धनसोई (बक्सर) : धनसोई बाजार के व्यवसायी विनोद साह के 28 वर्षीय पुत्र महेश कुमार की हत्या के मामले में पीड़ित परिवार ने प्रेस कांफ्रेंस बुला पुलिस जांच पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा है कि राजनीतिक संरक्षण के कारण पुलिस के द्वारा इस मामले की लीपापोती करने के भरपूर प्रयास किया जा रहे हैं। उन्होंने भाजपा के बक्सर प्रत्याशी मिथिलेश तिवारी के साथ कई कद्दावर नेताओं के नाम लेते हुए इस मामले में दबाव दिए जाने का आरोप लगाया है। उन्होंने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा है कि पांच दिनों के अंदर इस मामले के सभी आरोपितों कि गिरफ्तारी नहीं होती है तो वह काला बिल्ला लगाकर विरोध करने के साथ-साथ वोट बहिष्कार भी करेंगे।
मृतक के परिजनों ने कहा कि पुलिस ने आज तक हत्याकांड में शामिल सभी आरोपियों का मोबाइल सीडीआर, घटना स्थल के अगल बगल के सीसीटीवी फुटेज की जांच नहीं की और ना ही किसी भी पुलिस पदाधिकारी के द्वारा पीड़ित परिवार के सदस्यों से अब तक कोई बयान ही लिया गया है। इससे साफ जाहिर होता है कि पुलिस इस मामले को गंभीरता से नहीं ले रही हैं। साथ ही हत्याकांड के मुख्य आरोपी मिथिलेश पाण्डेय तथा उनके घरवालों को बचा रही है।
वही मृतक की मां शोभा देवी, चाची ममता देवी पिता विनोद साह एवं बड़े पिता मनजी साह का कहना हैं कि मिथिलेश पाण्डेय के परिजनों ने मिलकर सामूहिक रुप से इस घटना को अंजाम दिया है, और पुलिस की सहानभूति प्राप्त करने के लिए अपने भाई द्वारिका पाण्डेय को सरेंडर कराया है। परिजनों ने दावा करते हुए कहा कि हत्याकांड का मुख्य आरोपी बक्सर लोकसभा क्षेत्र के एनडीए गठबंधन के प्रत्याशी मिथिलेश तिवारी के पटना स्थित आवास पर छिपा हुआ है। वही परिजनों ने सवाल करते हुए पूछा कि जब घटनास्थल से सदर अस्पताल नजदीक हैं तो फिर पुलिस मृतक को शहर के बाहर किसी निजी अस्पताल में क्यों ले गईं?
क्या कहते हैं, एसपी(मनीष कुमार)
घटना के बाद पुलिस मामले की जांच में जुटी है. हर बिंदु पर जांच की जा रही है. मैं इस मामले की मॉनिटरिंग स्वयं ही कर रहा हूं. परिजनों के द्वारा जो आरोप लगाया गया है उसकी भी जांच की जाएगी. मामले में किसी भी दोषी को नही बख्शा जाएगा।
नौकरी के नाम पर दिए रुपए की तगादा करने पर लोहे के रॉड से मार की गयी थी हत्या
महेश कुमार की हत्या होली पर्व के दिन उस वक्त कर दी गई थी जब वह नौकरी के नाम पर दिए गए डेढ़ लाख रुपये का तकादा करने स्टेशन रोड़ स्थित मिथिलेश पाण्डेय नामक व्यक्ति के घर गए थे, उसी दौरान कथित तौर पर लोहे के रॉड से सिर पर प्रहार कर हत्या कर दी गई. लेकिन मृतक के परिजनों का आरोप है कि मिथिलेश पाण्डेय नामक व्यक्ति ही इस मामले के मुख्य आरोपी हैं, और पुलिस उन्हें बचाने का प्रयास कर रही है।