♦इस खबर को आगे शेयर जरूर करें ♦

आईएमए के सौजन्य से रेफरल अस्पताल में आयोजित रक्तदान शिविर में 51 लोगों ने किया रक्तदान…

रक्तदान सेहत के लिए भी फायदेमंद: डॉ.संतोष सिंह

चिकित्सकों , समाजसेवियों ,युवतियों संग पत्रकारों ने बढ़ चढ़ कर लिया हिस्सा

राजीव रामगढ़।स्थानीय रेफरल अस्पताल में शुक्रवार को विश्व रक्तदान दिवस पर आईएमए कैमूर के सौजन्य से रक्तदान शिविर आयोजित हुआ जिसमें 51 लोगों ने रक्तदान किया।इस रक्तदान शिविर में चिकित्सकों ,पत्रकारों ,युवतियों व युवा समाजसेवियों ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया।कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद प्रभारी सीएस कैमूर डॉ.राजनारायण प्रसाद,रेफरल अस्पताल के प्रभारी डॉ.सुरेंद्र कुमार सिंह, आईएमए बिहार प्रदेश सचिव डॉ.संतोष कुमार सिंह, द्वारा संयुक्त रूप से फीता काट कर किया गया।साथ ही रक्तवीरों को सर्टिफिकेट भी दिया गया।इस अवसर पर बहुत से लोग ऐसे थे जो पहली बार रक्तदान शिविर का हिस्सा बन रहे थे जिनको जाकरूक करते हुए आईएमए के राज्य सचिव डॉक्टर संतोष कुमार सिंह ने बताया कि रक्तदान करके आप केवल किसी को जिंदगी देने का महान कार्य ही नहीं कर रहे होते हैं, बल्कि यह आपकी अपनी सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद है। रक्तदान रक्तदाता के शरीर और मन दोनों पर बहुत अच्छा प्रभाव डालता है। दुख की बात यह है कि हम में से ज्यादातर लोगों को इन फायदों के बारे में पता नहीं होता। इस बारे में जागरूकता फैलाने से ज्यादा से ज्यादा लोगों को रक्तदान के प्रति प्रोत्साहित किया जा सकता है।उन्होंने आगे बताया कि 18 से 60 साल की उम्र का कोई भी व्यक्ति रक्तदान कर सकता है। बस, इसके लिए जरूरी है कि वह स्वस्थ हो और कुछ मानकों को पूरा करता हो। अगर आपको कोई बीमारी है या आप कोई दवा ले रहे हैं तो बेहतर होगा कि रक्तदान से पहले अपने चिकित्सक से सलाह ले लें और रक्तदान के लिए हो रही जांच के समय पूरी जानकारी दें।उन्होंने कहा कि हीमोग्लोबिन का स्तर सही हो और सेहत के मानक पर खरे उतरने की स्थिति में महिलाएं भी रक्तदान कर सकती हैं।मगर मासिक धर्म, गर्भावस्था और स्तनपान की स्थिति में महिलाओं को रक्तदान से बचना चाहिए।उन्होंने कहा कि पूरी सावधानी से किया जाने वाला रक्तदान पूरी तरह सुरक्षित होता है और किसी जरूरतमंद को आपकी तरफ से दिया जा सकने वाला सबसे अच्छा उपहार हो सकता है। और हां, यह भी जानने लायक बात है कि खून को प्लाज्मा, प्लेटलेट और लाल रक्त कोशिकाओं जैसे घटकों में तोड़ा जा सकता है।इनको अलग-अलग करके एक ही रक्तदान से तीन जिंदगियां बचाई जा सकती हैं।इस दौरान रक्तदाताओं के चेहरे पर एक अलग ही खुशी झलक रही थी लगता था मानो कोई युद्ध ही जीत लिया हो।रक्तदाताओं में डॉ.संतोष कुमार सिंह,स्किन केयर के चिकित्सक डॉ.एसके सिंह,पत्रकार चंदन सिंह, पैक्स अध्यक्ष राजीव सिंह उर्फ राजू सिंह,पत्रकार राजीव कुमार पाण्डेय,विकास पाण्डेय,नितेश पाण्डेय,सूर्यवंश सिंह,चंदन कुमार सिंह,अजय कुमार नाग,सौरभ कुमार,विपुल कुमार,युवा समाजसेवी अरविंद गुप्ता, प्रिया सिंह,सागरिका सिंह आदि शामिल थे।

व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें


स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे
Donate Now

जवाब जरूर दे 

Sorry, there are no polls available at the moment.

Related Articles

Close
Close
Website Design By Mytesta.com +91 8809666000