
आरक्षण बचाओ, संविधान बचाओ एवं एससी एसटी आरक्षण में उपवर्गीकरण के खिलाफ भारत बंद का मिला जुला रहा असर ….
बीआरएन न्यूज, बक्सर: – आरक्षण बचाओ, संविधान बचाओ एवं एससी एसटी आरक्षण में उपवर्गीकरण के खिलाफ भारत बंद अभियान किसान महासभा, बसपा एवं भीम आर्मी के बैनर तले बुधवार को धनसोई थाना मोड़ के पास सड़क जाम कर सरकार विरोधी नारे के साथ प्रदर्शन किया गया। इससे पूर्व थाना मोड़ से ठाकुरबाड़ी तक आक्रोश मार्च निकाला गया। इस दौरान प्रदर्शन कारियो द्वारा एससी/एसटी आरक्षण में उपवर्गीकरण का फैसला वापस, जनसंख्या के अनुपात में धन संपति का बटवारा, निजी क्षेत्रों में आरक्षण देने, एक समान शिक्षा लागू करने, कालेजियम सिस्टम बंद करने की मांग कर किया जा रहा था। जिसकी अध्यक्षता बसपा नेता बड़क राम ने तथा संचालन किसान महासभा के जिला सचिव बीरेंद्र सिंह ने किया। वही इस मौके पर हरेंद्र कुमार, दिनेश राम, उमाशंकर राम, सुदर्शन राम, बीरेंद्र राम, बलिराम प्रसाद, सुरेंद्र कुमार, प्रेमप्रकाश, दीपक कुमार, तेजनारायण राम, विकाश कुमार सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
बक्सर अनुमंडल से एक रिपोर्ट..…
आरक्षण को लेकर सुप्रीम कोर्ट के हालिया फैसले के विरोध में आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति के द्वारा बुधवार को भारत बंद कराया गया ।बहुजन समाज पार्टी ने भी अनुसूचित जाति एससी और अनुसूचित जनजाति एसटी का प्रतिनिधित्व कर रहे संगठनों की तरफ से बुलाए गए बंद का समर्थन किया। आंदोलनकारियों ने अपने मांगों की एक सूची जारी की है जिसमें अनुसूचित जातियों (एससी), अनुसूचित जनजातियों (एसटी) और अन्य पिछड़े वर्गों (ओबीसी) के लिए न्याय और समानता की मांग शामिल हैं। संगठन ने हाल में सुप्रीम कोर्ट की सात न्यायाधीशों की पीठ की तरफ से सुनाए गए फैसले के प्रति विपरीत दृष्टिकोण अपनाया है, जो उनके अनुसार, ऐतिहासिक इंदिरा साहनी मामले में नौ न्यायाधीशों की पीठ द्वारा लिए गए फैसले को कमजोर करता है, जिसने भारत में आरक्षण की रूपरेखा स्थापित की थी।देशव्यापी बंद के आह्वान का बक्सर में आंशिक असर दिखाई दिया और स्थिति पूरी तरह शांत रही। सभी प्रखंडों मे प्रशासन के द्वारा ऐहतियाती आवश्यक कदम उठाए गये थे। जिले मे कहीं से अप्रिय घटना की खबर नहीं है। बक्सर और डुमरांव में प्रदर्शनकारियों के नगर भ्रमण के समय दुकानें ऐहतियातन बंद रही। प्रशासन को सौंपे गये ज्ञापन मे आरक्षण संबंधी मुद्दों को लेकर विभिन्न बातें रखी गई ।भारत बंद का शहर में मिला-जुला असर रहा। पुलिस की ओर से सुरक्षा व्यवस्था का इंतजाम किया गया था। आवश्यक आपातकालीन सेवायें इस बंद से मुक्त रही। जिला प्रशासन ने बंद को देखते हुए पहले ही पूरी तैयारी कर ली थी। हालांकि कुछ स्कूली बसें जाम मे फंसी थी। ज्योति चौक और मठिया मोड पर प्रर्दशनकारी घेराबंदी करते हुए बीच सड़क पर ही बैठ गये थे ,जिससे जाम की स्थिति हो गयी थी। इससे ज्यादा परेशानी विद्यालय के बच्चों को हुई । घंटों जाम के बाद करीब दो बजे जाम की समस्या से निजात मिली। शहर मे प्रदर्शनकारियों की टोली को देखते ही दुकानदारों ने कुछ समय के लिए अपने दुकानों के शटर गिरा लिये।