
चार साल बाद भी पुल के दोनों तरफ नही हो सका सड़क का निर्माण
बीआरएन व्यूरो,बक्सर।
धनसोई -इटाढ़ी मुख्य पथ से जटुलीडेरा रोड में कंचन नदी में पुल बनकर तैयार है। लेकिन, पुल के दोनों ओर सड़क से एप्रोच नहीं बनने के कारण आवागमन में लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। नाबार्ड द्वारा ग्रामीण कार्य विभाग के माध्यम से जटुलीडेरा कंचन नदी धनसोई में वर्ष 2019 में एक करोड़, पंचानबे लाख, चौरासी हजार दो सौ तिरासी(1,95,84,283) रुपए की लागत से पुल का निर्माण कराया गया है। लेकिन, अब तक पुल के दोनों तरफ संपर्क पथ का निर्माण नहीं हो सका। इसके अभाव में लोगों को पुल का लाभ नहीं मिल रहा है, और आवागन उनके लिए अभी भी बड़ी समस्या बनी हुई है। पुल के दोनों तरफ कच्ची सड़क का कालीकरण नही किया गया है। बरसात के दिनों में पानी हल्की सी बारिश में आवागमन ठप हो जाता है। पथ निर्माण विभाग की उदासीनता के कारण अब तक पुल के दोनों तरफ सड़क का कालीकरण नही किया जा रहा है। जबकि धनसोई इटाढ़ी मुख्य पथ से इसकी दूरी मात्र एक किमी से भी कम है। पंचायत के सरपंच संतोष माली एवं पूर्व मुखिया मनोज साह ने पथ निर्माण विभाग एवं प्रशासन से जल्द से जल्द पुल के दोनों ओर तरफ सड़क निर्माण कराने की मांग की है।
क्या कहते हैं ग्रामीण-
पुल निर्माण का कार्य पूरा हुए लगभग चार साल बीत चुके हैं, पुल पर आवागमन भी शुरु कर दिया है, लेकिन पुल के दोनों तरफ की सड़क कच्ची है. जिससे हर दिन ग्रामीण क्षेत्रों से आने जाने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। पुल के दोनों ओर पक्की सड़क बनाने को लेकर कई बार स्थानीय जनप्रतिनिधियो को आवेदन दिया।

जटुलीडेरा गांव से धनसोई बाजार जाने का यह काफी सुगम मार्ग हैं, लेकिन सड़क का निर्माण नही होने की वजह से विद्यार्थी, किसान, ग्रामीण, व्यवसायी सभी को परेशानी होती है। सड़क बन जाने से धनसोई बाजार में लगने वाले जाम से काफी राहत मिलेगी।

क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों से कई बार पक्की सड़क के लिए ज्ञापन सौंपा गया, लेकिन हर बार आश्वासन मिला। लेकिन काम नहीं हुआ। राजपुर पूर्वी के जिला पार्षद के द्वारा चुनाव जीतने के बाद कहा गया था की बहुत ही जल्द सड़क को बनवा दिया जाएगा। लेकिन अब तक उनकी घोषणा पर अमल नहीं हो सका है।

इस पथ का निर्माण हो जाने से धनसोई बाजार में प्रतिदिन लगने वाली जाम से काफी हद तक जाम से निजात मिल जाएगा। थाना मोड़ एवं जटुलीडेरा के इस मोड़ से भारी वाहनों को बाजार में बिना प्रवेश किए ही बाहर ही बाहर निकाला जा सकता हैं इसके अलावा छोटे छोटे वाहनो के लिए यह काफी सुगम रास्ता हैं, मात्र एक किमी ही सड़क का निर्माण करना है।

संतोष माली, सरपंच, धनसोई।