राजद से अजीत को टिकट नहीं मिला तो बीजेपी प्रत्याशी की जीत पक्की…
राजीव कुमार पाण्डेय (रामगढ़)।विधानसभा उपचुनाव को देखते हुए क्षेत्र में बरसाती मौसम में भी राजनीतिक पारा सातवें आसमान पर पहुंच गया है।राजनीतिक दल के संभावित उम्मीदवारों ने अपने स्तर से चुनाव प्रचार – प्रसार में दमखम के साथ बिगुल फूंक दिया है। हालांकि बसपा ने अपने प्रत्याशी के नाम की घोषणा कर दी है।लेकिन, राजद व भाजपा द्वारा अपने प्रत्याशियों के नाम की घोषणा शेष है।लोगों के बीच जो चर्चा है, उसके मुताबिक युवा नेता अजीत सिंह राजद से व भाजपा से पूर्व विधायक अशोक सिंह का चुनाव लड़ना तय माना जा रहा है।दरअसल, राजद और भाजपा से कई और लोग टिकट की दावेदारी के लिए जद्दोजहद में जुटे हुए हैं। ऐसे में भाजपा व राजद से आधिकारिक घोषणा का लोगों को इंतजार है। रामगढ़ में उपचुनाव को लेकर स्थिति यह है कि किसी भी मामले में श्रेय लेने के लिए राजनीतिक दल के संभावित उम्मीदवार कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं।उपचुनाव में भले ही चुनाव की तारीखों की घोषणा नहीं हुई है तथा भाजपा और राजद की ओर से अभी पत्ते नहीं खोले गये हैं।फिर भी क्षेत्र में यह चर्चा है कि इस बार यहां राजद, भाजपा तथा बसपा के बीच पिछली बार की तरह त्रिकोणात्मक संघर्ष होगा।वहीं क्षेत्र में राजद कार्यकर्ताओं के बीच इस बात की चर्चा है कि अगर राजद ने अजीत सिंह को अपना प्रत्याशी नही बनाया तब सीधी लड़ाई बीजेपी और बीएसपी के बीच होगी।क्योंकि राजद में अजीत सिंह के अलावा कोई भी उम्मीदवार लड़ाई को त्रिकोणात्मक नही बना सकता।अजीत सिंह ही राजद के एकमात्र लोकप्रिय नेता हैं जो पिछले एक दशक से अधिक समय से विधानसभा के हर गांव में जनता के दुख – सुख में भागीदार बनें।इनके पीछे राजद कार्यकर्ताओं के अलावा क्षेत्र के हर गांव में स्वयं की निजी टीम है।जो अपने चहेते नेता को पसंद करती है।वहीं लोगों का मानना है कि अजीत सिंह को टिकट नहीं मिलने की स्थिति में बीजेपी और बीएसपी के सीधे आमने- सामने की टक्कर में बीजेपी प्रत्याशी की जीत पक्की मानी जा रही है।क्षेत्र के कुछ राजनीतिक विचारकों का यह भी मानना है कि बीजेपी से भी प्रत्याशी के कई दावेदार हैं लेकिन उपचुनाव में कोई भी दाव आजमाना नही चाहेगा।वे सब बीजेपी के साथ भीतरघात कर राजद प्रत्याशी को फायदा पहुंचाना चाहेंगे ताकि अगले चुनाव में उन्हें मौका मिल सके। इस तरह देखा जाए तो बीजेपी प्रत्याशी के रूप में पूर्व विधायक अशोक कुमार सिंह का चुनाव लड़ना पूरी तरह से तय माना जा रहा है।इस विधानसभा के उपचुनाव में 2 लाख 87 हजार 645 मतदाता अपने मत का प्रयोग करेंगे। इसमें पुरुष मतदाता एक लाख 48 हजार 550 व महिला मतदाता एक लाख 38 हजार 034 तथा दो अन्य व 1059 सर्विस वोटर शामिल हैं। अगर पिछले चुनाव के नतीजों पर बात करें तो 2020 में मात्र 189 वोट से सुधाकर सिंह को जीत मिली थी। उस वक्त राजद प्रत्याशी सुधाकर सिंह को 58083 वोट, बसपा प्रत्याशी अंबिका यादव को 57894 वोट तथा भाजपा प्रत्याशी अशोक कुमार सिंह को 56084 मत प्राप्त हुए थे।पिछले परिणाम को देखते हुए इस बार भी यहां मुकाबला रोचक होने की पूरी संभावना है।