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डाॅ. शशांक शेखर ने शिक्षकों को कलम देकर किया सम्मानित ..

जीने का असली सलीका हमें शिक्षक ही सिखाते हैं – डाॅ शशांक शेखर 

बीआरएन बक्सर । भारत की संस्कृति मे गुरु-शिष्य परंपरा को एक अहम और पवित्र स्थान दिया जाता है। भारत में आदि काल से ही गुरु व शिक्षक परंपरा चली आ रही है। जीने का असली सलीका हमें शिक्षक ही सिखाते हैं और सही मार्ग पर चलने के लिए हमे प्रेरित करते हैं। उक्त बातें श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के अध्यक्ष डाॅ. शशांक शेखर ने शिक्षक दिवस के मौके पर कही। स्थानीय नया बजार स्थित सहयोगी मध्य विद्यालय में केक काटकर शिक्षक दिवस मनाया गया। इस मौके पर श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के अध्यक्ष डा. शशांक शेखर ने शिक्षकों को पेन देकर सम्मानित किया । विद्यालय परिवार के सभी सदस्यों ने सर्वपल्ली राधाकृष्णन के आदर्शों को आत्मसात करते हुए अपने विद्यार्थियों के जीवन को शिक्षा के लौ से रोशन करने का संकल्प लिया । साथ ही एक दूसरे को शिक्षक दिवस की बधाइयां दी। विद्यालय के बच्चों ने अपने शिक्षकों का पैर छूकर आशीर्वाद प्राप्त किया । शिक्षक दिवस के अवसर पर अपने गुरू के सम्मान मे बच्चों ने गीत संगीत का कार्यक्रम भी रखा था ।इस मौके पर प्रभारी अनुग्रह प्रसाद, विद्यासागर प्रसाद, इम्तियाज अहमद, मोहम्मद हैदर खान, रजनीश सिन्हा , ज्योति सुमन , अनामिका , सत्येंद्र कुमार नीतू श्रीवास्तव , उर्मिला कुमारी, नीतू गुप्ता आदि उपस्थित रहे।

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