
26 नवंबर को संविधान दिवस पर आपातकालीन विभीषिका की स्मृति एवं लोकतंत्र सेनानियों के सम्मान में जंतर मंतर पर जनसभा- अश्विनि चौबे
बीआरएन बक्सर। पूर्व केंद्रीय मंत्री और जेपी सेनानी अश्विनी चौबे ने कहा की संविधान दिवस 26 नवंबर के अवसर पर, अखिल भारतीय संपूर्ण क्रांति संगठन, जेपी सेनानी संघ एवं लोकतंत्र सेनानी संघ के संयुक्त तत्वावधान में एक जनसभा का आयोजन दिल्ली के जंतर- मंतर पर किया जा रहा है। यह आयोजन भारत के लोकतंत्र की रक्षा हेतु संघर्षरत महानायकों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने तथा उनके योगदान को यथोचित सम्मान प्रदान करने के उद्देश्य से समर्पित है। उन्होंने कहा की आपातकाल (1975-77) के कठिन समय में, जब देश की संवैधानिक आत्मा पर आघात हुआ था और लोकतंत्र की ज्योति मलिन हो रही थी, तब असंख्य वीर सेनानियों ने साहसपूर्वक अन्याय का प्रतिरोध किया। उन्होंने अपने मूलभूत अधिकारों की बलि देकर संविधान और लोकतंत्र की प्रतिष्ठा को अक्षुण्ण रखने के लिए अतुलनीय त्याग और संघर्ष किया। यह आयोजन उन्हीं सेनानियों के बलिदानों का स्मरण, उनके सम्मान और उनकी अमर गाथा को लोकमानस तक पहुँचाने का विनम्र प्रयास है। इस अवसर पर लोकतंत्र सेनानियों को राष्ट्रीय सम्मान से अलंकृत केआरने आदि मांगो को सरकार के समक्ष रखना है। जेपी आंदोलन के 50वें वर्ष पर आयोजित यह सभा लोकतंत्र सेनानियों के प्रति राष्ट्र की श्रद्धा को सुदृढ़ करेगी और राष्ट्र के लोकतांत्रिक मूल्यों को संरक्षित करने में बल प्रदान करेगा।
कार्यक्रम आयोजन में मुख्य आयोजक पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे हैं एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं राष्ट्रीय संरक्षक सत्यनारायण जटिया एवं कैलाश सोनी राष्ट्रीय अध्यक्ष, लोकतंत्र सेनानी संघ हैं। साथ ही राज्यसभा सांसद राजेन्द्र गहलोत, राष्ट्रीय महासचिव, दुर्गा प्रसाद सिंह पूर्व अध्यक्ष, श्रीमती अनिता, अध्यक्ष लोक तंत्र प्रहरी, देवराज बोहरा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, मदन बाथम राष्ट्रीय सचिव, सन्तोष शर्मा, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष, राजन ढीगरा, प्रदेश अध्यक्ष दिल्ली, सुदामा तिवारी, अरुण कुमार सिंह, भागलपुर बिहार संयोजक आदि प्रमुख रूप से आयोजन में सक्रिय है।