
बाल मजदुरी के लिए जा रहे 11बच्चों को आरपीएफ ने कराया मुक्त
CHL जिला बाल संरक्षण इकाई की देखरेख में सभी को भेजा गया बालगृह
रेस्क्यू बच्चें कोलकाता ,गया और झारखंड के निवासी बालमजदुरी के लिए जा रहे थे मुंबई एवं जयपुर
राजीव कुमार पाण्डेय भभुआ(कैमूर)।जिले के भभुआ रोड आरपीएफ ने बड़ी कार्रवाई करते हुए बालमजदुरी को जा रहे 11 बच्चों को मुक्त कराया है।बच्चों को बाल मजदुरी के लिए मुंबई एवं राजस्थान के शहर जयपुर ले जाया जा रहा था।रेस्क्यू सभी बच्चों को जिला बाल संरक्षण इकाई कैमूर को सुपुर्द कर दिया गया है। आरपीएफ के उप निरीक्षक रामजी लाल बुनकर,पीके ओझा एवं अभिषेक कुमार की टीम ने शनिवार को 12987अप सियालदह अजमेर एक्सप्रेस एवं गाड़ी संख्या 22307 अप हावड़ा जोधपुर एक्सप्रेस में चेकिंग अभियान चलाया।चेकिंग के दौरान भभुआ रोड स्टेशन पर मुक्त सभी 11 बच्चों से पूछताछ की गई।रेस्क्यू सभी बच्चों से पूछताछ में आरपीएफ के टीम को पता चला कि वे सब काम करने के लिए अलग – अलग राज्यों राजस्थान के जयपुर और मुंबई जा रहे थे।रेस्क्यू सभी बच्चें 18 वर्ष से कम आयु के हैं और इनमें से कुछ कोलकाता ,झारखंड एवं गया के निवासी बताए जा रहे हैं।रेस्क्यू सभी नाबालिक बच्चों को जीआरपी थाना भभुआ रोड लाया गया। जीआरपी थाना प्रभारी मुन्ना कुमार द्वारा चाइल्ड हेल्प लाइन को फोन कर सूचना दी गई।आरपीएफ एवं जीआरपी ने सभी आवश्यक औपचारिकताएं एवं सत्यापन पूरी करने के बाद चाइल्ड हेल्प लाइन कैमूर के पर्यवेक्षक राजू पासवान ,प्रतिभा मौर्य एवं केस वर्कर मालती कुमारी की देखरेख में सुपुर्द कर दिया।बच्चों की सेहत सही बताई जा रही है।सभी बच्चों को सीडब्लूसी के आदेशानुसार बाल गृह में आवासित कर दिया गया है।आरपीएफ निरीक्षक रामजी लाल बुनकर ने बताया कि विशेष अभियान के तहत उक्त दोनों ट्रेनों में जांच करते हुए 11 बच्चों को मुक्त कराया गया है।इन बच्चों को बालमजदुरी के लिए अन्य राज्यों में ले जाया जा रहा था।रेस्क्यू सभी बच्चों के परिजनों को इसकी सूचना दे दी गई है।आरपीएफ के द्वारा आगे भी अभियान जारी रहेगा।